आप में से अधिकांश लोगों को मूलांक के बारे में पता ही होगा अगर नहीं तो हम आपको बताते हैं- जिन व्यक्तिओ का जन्म किसी भी माह की 5.14 या 23 तारीख को हुआ है तो उनका मूलांक 5 होगा। यदि आपका या आपके किसी जानने वाले का जन्म किसी भी माह की 5.14 या 23 तारीख को हुआ है तो आपको हमारा यह लेख पूरा पढ़ना चाहिए!
तो आइए चर्चा करते हैं मूलांक 5 के बारे में। मूलांक 5 का स्वामी ग्रह बुध है जो ज्ञान एवं बुद्धि का प्रतीक हैं अत: मूलांक 5 वाले व्यक्तियों का बुद्धिमान होना स्वाभाविक है साथ ही इस मूलांक के व्यक्ति साहसी तथा कर्मशील होते हैं। ये चुनौतियों को चेलेंज के रूप में स्वीकार करते है और उनसे लड़कर विजय भी प्राप्त करते हैं। राजनेता, बाल गंगाधर तिलक, जवाहर लाल नेहरू, अर्जुन सिंह, मुरली मनोहर जोशी और बाबू जगजीवन राम इसके अच्छे उदाहरणों में से हैं। ये व्यक्ति नयी नयी योजनाओ को क्रियान्वित कर लाभ कमाते हैं. यह व्यापार में रिस्क उठाने को सदैव तत्पर रहए है, एवं व्यापार में अपेक्षाकृत अधिकसफल रहते हैं। घन श्याम दास बिरला इसके अच्छे उदाहरण हैं। उनका जन्म १४ अप्रैल को हुआ था। मूलांक ५ वाले किसी विषय को लेकर अधिक देर तक चिंता नहीं करते और न ही अधिक देर तक प्रसन्न अथवा दुखी होते हैं. ये परिस्थिति के अनुरूप स्वयं को ढाल लेते हैं. इनमे दूसरो सम्मोहित करने का गुण भी होता है, ये दूसरो से मित्रता कर लेते हैं, एवं उनसे अपना काम भी निकलवा लेते हैं.ये किसी भी व्यक्ति को देखकर उसका मंतव्य भांप लेते हैं. यदि इनके शिक्षा की बात की जाय तो ये उत्तम विद्या प्राप्त करते हैं। ये कई भाषाओं के ज्ञाता होते हैं यदि किसी कारण वश इनकी विद्या कम भी रह जाती है तो भी ये चतुर और बुद्धिमान ही कहलाते हैं। य धार्मिक ग्रंथों और गुप्त विद्याओं का भी अध्ययन करते हैं।
यदि इनके कार्यक्षेत्र की बात की जाय तो मूलांक 5 वाले व्यापार और उद्योग धंधों में सफलता पाते हैं। ये अच्छे मैनेजर, वकील, जज, लेखाधिकारी, पब्लिक रिलेशन अधिकारी शिक्षाविद, डाक्टर, पत्रकार या ज्योतिषी हो सकते हैं। इन्हें अर्थशास्त्र और संगीत का भी अच्छा ज्ञान होता है।
यदि इनके स्वास्थ्य की बात की जाय तो मूलांक ५ वालों को दिमागी शक्ति अधिक प्रयोग करने के कारण अधिकांश रोग लगते हैं। अनिद्रा, अंगों में पीड़ा, तनाव, बदहजमी, सिर दर्द, नाक व आंखों की तकलीफ़ हो सकती है।
इनके लिए मूलांक 5,14 व 23 तारीखे और शुक्रवार, गुरुवार, शनिवार और बुधवार के दिन शुभ रहते हैं। रंगों की बात करें तो इनके लिए हरा, हल्का खाकी व सफेद रंग अनुकूल होते हैं।